The Return of TigerEpisode 663 – “नरकंधर की चाल”

The return of tiger
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⭐ The Return of Tiger

Episode 663 – “नरकंधर की चाल”


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🌑 टूटी हुई उम्मीदें

आसमान काला हो चुका था।
मंदिर की राख चारों ओर उड़ रही थी।
टाइगर खून से लथपथ ज़मीन पर पड़ा था, अर्जुन की तलवार टूटी हुई थी, और भेड़िया-चीता ज़ख़्मी हालत में साँस ले रहे थे।

नरकंधर उन सबके ऊपर खड़ा था।
उसके चारों हाथों से आग, बर्फ़, बिजली और अंधकार की लपटें उठ रही थीं।
उसकी तीसरी आँख से इतनी रोशनी निकल रही थी कि पूरा आकाश लाल हो चुका था।

"तुमने मुझे कैद से छुड़ाया है… अब पूरी दुनिया मेरी दासता में होगी।" – नरकंधर ने गर्जना की।


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⚡ नरकंधर का पहला प्रहार

उसने अपनी बर्फ़ की गदा उठाई और ज़मीन पर मारी।
पूरा मैदान बर्फ़ से जम गया।
भेड़िया ज़मीन में आधा फँस गया, उसकी टाँगें काँपने लगीं।

फिर उसने आग की तलवार घुमाई और पूरा जंगल जलने लगा।
पेड़ जलकर राख हो गए, पक्षियों की चीखें हवा में गूँजने लगीं।

अर्जुन ने अपने शरीर को घसीटते हुए कहा –
"अगर हमने इसे रोका नहीं… तो कुछ ही दिनों में पूरी धरती जलकर खाक हो जाएगी।"


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🐅 टाइगर की जिद

टाइगर ने आँखें खोलीं।
उसकी साँसें भारी थीं, लेकिन उसकी नज़रें अब भी तेज़ थीं।

उसने धीरे से कहा –
"मैं गिर सकता हूँ… लेकिन हार नहीं मानूँगा।
जब तक इस धरती पर जानवर और इंसान साँस ले रहे हैं… मैं लड़ता रहूँगा!"

वो लंगड़ाते हुए उठा और नरकंधर पर छलाँग लगाई।
उसके पंजों से निकली रोशनी ने पलभर के लिए अंधकार को पीछे धकेला।

नरकंधर हँसा –
"तेरी ये रोशनी मुझे चुभती है… लेकिन तू मुझे हरा नहीं सकता।"

उसने काला चक्र घुमाया और टाइगर दूर जा गिरा।


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🌌 अर्जुन की सोच

अर्जुन ने टूटी तलवार हाथ में ली और बुदबुदाया –
"ये लड़ाई ताक़त से नहीं जीती जा सकती।
हमें उसकी ताक़त को कमज़ोर करने का तरीका खोजना होगा।"

उसे मंदिर की दीवार पर लिखा मंत्र याद आया –
"अंधकार का राजा तब तक अजेय है, जब तक उसका दिल काले सूरज से जुड़ा है।"

अर्जुन की आँखें चौक गईं।
"मतलब उसकी असली शक्ति उस काले सूरज से आ रही है जो आकाश में चमक रहा है!"


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🌠 चीता और भेड़िये की क़ुरबानी

अर्जुन ने चीते और भेड़िये को कहा –
"हमें उसका ध्यान बाँटना होगा।
टाइगर और मैं उस काले सूरज को तोड़ने की कोशिश करेंगे।"

भेड़िया गुर्राया –
"अगर मरना भी पड़े, तो हम पीछे नहीं हटेंगे।"

चीता मुस्कुराया –
"तेज़ी मेरी ताक़त है। मैं इसे अपनी आख़िरी साँस तक इस्तेमाल करूँगा।"

दोनों नरकंधर की ओर दौड़े।
भेड़िये ने उसके पैरों में काट लिया और चीता उसकी पीठ पर चढ़ गया।
नरकंधर गुस्से में चिल्लाया और उन्हें पकड़कर पटक दिया।
लेकिन उनका मक़सद पूरा हो चुका था – नरकंधर का ध्यान बंट गया।


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🌟 काला सूरज

टाइगर और अर्जुन ने आसमान की ओर देखा।
वहाँ एक विशाल काला सूरज चमक रहा था, जिससे बिजली की लपटें निकल रही थीं।
वो धीरे-धीरे धरती की ओर झुक रहा था।

अर्जुन ने कहा –
"अगर ये सूरज टूट गया, तो नरकंधर की शक्ति आधी हो जाएगी।"

टाइगर ने सिर हिलाया –
"तो मैं छलाँग लगाकर उस तक पहुँचता हूँ। तू मुझे रोशनी की ताक़त देगा।"

अर्जुन ने अपने हाथों से मंत्र पढ़ा और टाइगर को सुनहरी आभा से ढक दिया।


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⚔️ अंतिम कोशिश

टाइगर पूरी ताक़त से छलाँग लगाकर आसमान में पहुँचा।
वो काले सूरज की ओर बढ़ रहा था।
लेकिन नरकंधर ने तुरंत सब समझ लिया।

"ओह्ह… तो तुम मेरी जड़ पर वार करना चाहते हो!"
उसने बिजली का भाला आसमान में फेंका।
भाला सीधे टाइगर की ओर बढ़ रहा था।

अर्जुन ने ज़मीन से अपनी आख़िरी ताक़त से मंत्र पढ़ा और रोशनी की दीवार बना दी।
भाला उस दीवार से टकराकर चूर हो गया।

टाइगर ने ज़ोरदार दहाड़ लगाई और सीधा काले सूरज पर पंजा मारा।
पूरा आसमान गूँज उठा।


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💥 क्लिफहैंगर

काले सूरज में दरारें पड़ गईं।
उससे काली लपटें फूटने लगीं।
नरकंधर गुस्से से गरजा –
"नहीं! ये मेरा दिल है! अगर ये टूटा तो मैं कमज़ोर हो जाऊँगा!"

टाइगर लगातार पंजे मारता रहा।
आख़िरकार सूरज फट गया और काली ऊर्जा चारों ओर बिखर गई।

नरकंधर ज़मीन पर घुटनों के बल गिर पड़ा।
उसकी तीसरी आँख की रोशनी आधी बुझ गई।
लेकिन उसी पल उसने हँसकर कहा –
"मूर्खो… तुमने मेरी ताक़त कम की है, लेकिन मुझे जगाने के साथ ही तुमने धरती की नियति बदल दी है।
अब तुम्हारा सामना होगा मेरे अंतिम रूप से!"

उसका शरीर फिर से बदलने लगा।
इस बार उसके पंख निकल आए, और उसका आकार दोगुना हो गया।
वो आधा दैत्य, आधा ड्रैगन बन चुका था।

Episode 663 यहीं ख़त्म होता है –
जहाँ टाइगर की जीत पल भर की लगती है, लेकिन नरकंधर का नया रूप और भी भयावह सामने आता है।

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