the return of tiger episode 642 , 643 , 644 , 645 , 646

The return of tiger
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⭐ The Return of Tiger – Episodes 642–647

🐍 “नागराज का अंत”


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Episode 642 – “विष मणि का रहस्य”

साधु टाइगर और अर्जुन को बताता है –
"नागराज की शक्ति का स्रोत उसकी विष मणि है। जब तक वह सुरक्षित है, नागराज अमर है।"

अर्जुन बोला –
"तो हमें विष मणि नष्ट करनी होगी।"

साधु ने चेतावनी दी –
"मणि नागगुफा के सबसे गहरे हिस्से में है, जहाँ अंधकार ही अंधकार है। वहाँ सिर्फ वही जा सकता है, जो डर से ऊपर उठ चुका हो।"

टाइगर और अर्जुन ने कसम खाई –
"हम डर से नहीं, सिर्फ अपने कर्तव्य से बंधे हैं।"


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Episode 643 – “नागराज की चाल”

नागराज को टाइगर की योजना की भनक मिल चुकी थी।
उसने जंगल पर ज़हरीला तूफ़ान छोड़ा।
पक्षी आकाश से गिरने लगे, नदियाँ ज़हर से भर गईं।

जानवर टाइगर से मदद की गुहार करने लगे।
लेकिन टाइगर जानता था –
"अगर विष मणि नष्ट नहीं हुई, तो ये विनाश कभी नहीं रुकेगा।"

नागराज हँसकर बोला –
"टाइगर! तू मणि तक पहुँचेगा भी तो मैं तुझे वहाँ खत्म कर दूँगा।"


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Episode 644 – “गहराई का अंधकार”

टाइगर और अर्जुन अपनी टीम (काला चीता और सफेद भेड़िया) के साथ नागगुफा के सबसे गहरे हिस्से में पहुँचे।
यहाँ का अंधकार इतना घना था कि रोशनी भी अंदर जाने से डरती थी।

अचानक पत्थरों से बने विशाल नाग जीवित हो उठे।
उनकी आँखों से आग निकल रही थी।
लड़ाई शुरू हुई।

अर्जुन ने तलवार से एक-एक पत्थर नाग को काट डाला।
टाइगर ने दहाड़ मारकर रास्ता साफ़ किया।
आख़िरकार वे उस कक्ष तक पहुँचे, जहाँ विष मणि चमक रही थी।


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Episode 645 – “अमरता का खेल”

जैसे ही अर्जुन विष मणि उठाने गया, नागराज स्वयं वहाँ प्रकट हो गया।
उसने गर्जना की –
"यह मणि मेरी आत्मा है! जो इसे छुएगा, वो जीवित नहीं बचेगा!"

टाइगर और नागराज की भिड़ंत शुरू हो गई।
नागराज का हर वार आग और ज़हर से भरा था।
टाइगर की दहाड़ से गुफा काँप उठी।

अर्जुन ने मौका देखकर तलवार विष मणि पर मारी।
लेकिन झटका इतना तेज़ था कि अर्जुन घायल होकर गिर पड़ा।
मणि टूटने से पहले और भी तेज़ चमकने लगी।


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Episode 646 – “अंतिम बलिदान”

टाइगर और नागराज की लड़ाई चरम पर पहुँची।
नागराज ने अर्जुन को पकड़कर कहा –
"अगर तूने मणि तोड़ी, तो तेरा भाई अभी यहीं मारा जाएगा।"

टाइगर ठिठक गया।
भाई की जान और जंगल की सुरक्षा – दोनों में से किसे चुने?

अर्जुन ने कमज़ोर आवाज़ में कहा –
"भाई… जंगल के लिए मेरा बलिदान दे देना। अगर हम जंगल नहीं बचा पाए, तो हमारी जीत अधूरी होगी।"

टाइगर की आँखों से आँसू बह निकले, लेकिन उसने दहाड़ते हुए छलाँग लगाई।
उसने पूरी ताक़त से विष मणि पर वार किया।
मणि चकनाचूर हो गई।


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Episode 647 – “नागराज का अंत”

मणि टूटते ही नागराज पागलों की तरह तड़पने लगा।
उसकी अमरता छिन गई, शरीर राख बनने लगा।

वह चिल्लाया –
"नहीं! मैं अमर हूँ… मुझे कोई हरा नहीं सकता!"

लेकिन उसकी आवाज़ गुफा की दीवारों में गूँजकर खो गई।
कुछ ही क्षणों में नागराज राख में बदलकर हमेशा के लिए समाप्त हो गया।

अर्जुन बच गया, क्योंकि अमृत पुष्प का असर अब भी उसके शरीर में था।
उसने उठकर टाइगर को गले लगाया और कहा –
"भाई, हमने कर दिखाया।"

पूरा जंगल फिर से हरा-भरा हो गया।
जानवरों ने खुश होकर टाइगर और अर्जुन को सलाम किया।
साधु ने मुस्कुराकर कहा –
"आज से तुम दोनों सिर्फ योद्धा नहीं, बल्कि जंगल के सच्चे रक्षक हो।"


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