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⭐ The Return of Tiger
Episode 659 – “अंधकार का राजा”
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🌑 अंधकार का साम्राज्य
टाइगर और उसके साथी किले के विशाल दरवाज़े से अंदर दाख़िल हुए।
अंदर का दृश्य किसी नर्क जैसा था।
हॉल के बीचों-बीच एक लंबा रास्ता था, जिस पर काले पत्थर चमक रहे थे।
दोनों ओर आग की मशालें जल रही थीं, लेकिन उनकी लौ काली थी –
ऐसा लग रहा था जैसे रोशनी नहीं, बल्कि और भी गहरा अंधेरा फैला रही हो।
अर्जुन की तलवार हल्की-हल्की नीली चमक रही थी।
वो काँपते हुए बोला –
"ये जगह रोशनी को ही निगल रही है। यहाँ कुछ भी सामान्य नहीं है।"
सफ़ेद भेड़िया गुर्राया –
"और मुझे लगता है, कोई हमें ऊपर से देख रहा है।"
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👑 अंधक का परिचय
हॉल के अंत में एक ऊँचा सिंहासन था।
उस पर बैठा था – अंधक।
उसकी आँखें खून जैसी लाल, और उसके शरीर पर काले कवच की परतें।
हाथ में एक तलवार थी, जो हवा को चीर रही थी और आसपास की रोशनी को सोख रही थी।
उसकी गहरी आवाज़ गूँजी –
"तो तुम वही हो जिन्होंने अग्निरुद्र को हराया?
मुझे लगा था वो तुम्हें राख बना देगा, लेकिन तुम ज़िंदा हो।"
टाइगर ने गरजते हुए जवाब दिया –
"हमारे लिए कोई भी ताक़त बड़ी नहीं, अगर वो जंगल और धरती को खतरे में डालती है!"
अंधक मुस्कुराया, उसकी हँसी हॉल में गूँज उठी।
"तुम सोचते हो तुम योद्धा हो… लेकिन असल में तुम सिर्फ़ प्यादे हो।
अग्निरुद्र मेरी सेना का दरबान था। अब असली युद्ध शुरू होगा।"
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⚔️ पहली भिड़ंत
अंधक ने तलवार उठाई और हवा में लहराई।
तुरंत ही काले तूफ़ान जैसी लहरें उठीं और सीधे टाइगर की ओर बढ़ीं।
टाइगर ने छलाँग लगाई, लेकिन हवा की धार उसे पीछे धकेल ले गई।
अर्जुन ने तलवार से वार किया।
उसकी तलवार से बिजली निकली और अंधक की काली लहर से टकराई।
लेकिन नतीजा डरावना था –
बिजली की रोशनी गायब हो गई, मानो तलवार की ताक़त ही सोख ली गई हो।
अर्जुन चौंका –
"ये… ये तो हमारी शक्ति को निगल रहा है!"
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🐾 चीता और भेड़िये का हमला
काला चीता दौड़कर सीधा अंधक पर झपटा।
उसने अपनी पूरी स्पीड लगाई और उसके कवच पर पंजे मारे।
लेकिन पंजे जैसे ही टकराए, चिंगारियाँ निकलीं और चीता दर्द से पीछे गिर पड़ा।
सफ़ेद भेड़िया उसकी टाँगों की ओर झपटा और दाँत गाड़ दिए।
अंधक ने ठंडी नज़र से देखा, और बस अपनी तलवार ज़मीन में ठोंकी।
ज़मीन से काली आग निकली और भेड़िये को दूर फेंक दिया।
अंधक बोला –
"तुम सब मेरे सामने बच्चों जैसे हो।"
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🌟 अर्जुन की रणनीति
अर्जुन ने जल्दी से सोचा –
"अगर उसकी तलवार हमारी रोशनी निगल रही है, तो हमें उसकी ताक़त को उल्टा करना होगा।
यानी, रोशनी सीधे उस पर नहीं, बल्कि उसके चारों ओर फैलानी होगी।"
उसने टाइगर को पुकारा –
"तू उसकी आँखों को व्यस्त रख!
मैं अपनी तलवार से इस पूरे हॉल को रोशन करूँगा।"
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🐅 टाइगर का हमला
टाइगर ने ज़ोर से दहाड़ लगाई और पूरी ताक़त से अंधक पर छलाँग लगाई।
उसकी सुनहरी धारियाँ चमक उठीं और उसने पंजों से वार किया।
अंधक ने तलवार से वार रोका, लेकिन इस बार टाइगर पीछे नहीं हटा।
उसने पंजों से कवच में एक हल्की दरार डाल दी।
अंधक गुस्से में गरजा –
"अच्छा! तू सोचता है तू मुझे छू सकता है?"
उसने टाइगर को लात मारकर दूर फेंक दिया।
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⚡ अर्जुन की रोशनी
अर्जुन ने तलवार को ऊपर उठाकर जोर से मंत्र बोला –
"धरती की शक्ति, मेरे साथ हो!"
तलवार से नीली रोशनी निकली और पूरा हॉल रोशन होने लगा।
काले मशाल बुझ गए और रोशनी ने पहली बार अंधकार को पीछे धकेला।
अंधक गुस्से में चिल्लाया –
"नहीं! ये जगह मेरी है, यहाँ रोशनी की कोई जगह नहीं!"
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🐺 साथियों का योगदान
सफ़ेद भेड़िया और काला चीता दोनों ने फिर से हमला किया।
भेड़िये ने उसकी टाँगों को पकड़कर रोक दिया।
चीते ने उसकी पीठ पर छलाँग लगाई और पंजे गाड़ दिए।
अब टाइगर ने अपनी पूरी ताक़त जुटाई।
उसकी सुनहरी धारियाँ पहले से भी ज़्यादा चमकने लगीं।
वो छलाँग लगाकर सीधा अंधक के सीने पर वार करता है।
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💥 निर्णायक टक्कर
टाइगर के पंजे और अर्जुन की तलवार की रोशनी एक साथ अंधक की तलवार से टकराए।
इतना ज़ोरदार धमाका हुआ कि पूरा किला हिल गया।
छत से पत्थर गिरने लगे।
हवा में चिंगारियाँ और काले धुएँ का बादल भर गया।
जब धुआँ छँटा, सबने देखा –
अंधक का कवच टूट चुका था और उसकी आँखें और भी ज्यादा लाल जल रही थीं।
वो गरज उठा –
"तुमने मुझे चोट पहुँचाई… लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि तुम जीत गए!
अब मैं अपनी असली ताक़त दिखाऊँगा!"
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🚨 क्लिफहैंगर
अंधक का शरीर फैलने लगा।
उसकी ऊँचाई दोगुनी हो गई, और तलवार अब आग और अंधकार दोनों से जल रही थी।
पूरा किला काँप उठा।
अर्जुन चिल्लाया –
"ये… ये तो अभी असली रूप में आया है!"
टाइगर ने दहाड़ लगाई –
"फिर चाहे कुछ भी हो, हमें इसे यहीं रोकना होगा!"
Episode 659 यहीं खत्म होता है –
जहाँ टाइगर और उसके साथी पहली बार अंधक के असली रूप के सामने खड़े हैं।