⭐ The Return of TigerEpisode 656 to 659 – “नया ख़तरा”

The return of tiger
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⭐ The Return of Tiger

Episode 656 – “नया ख़तरा”

🌌 शांति के बाद की आहट

अग्निरुद्र के नष्ट होने के बाद जंगल में पहली बार सन्नाटा था।
टाइगर और उसके साथी पहाड़ से नीचे लौटे।
जानवरों ने उनका स्वागत किया, ढोल-नगाड़े जैसी आवाज़ें गूँज उठीं।

लेकिन टाइगर की आँखों में अब भी चिंता थी।
"ये ख़त्म नहीं हुआ… अग्निरुद्र जाते-जाते कह गया था कि अग्नि फिर लौटेगी।"

अर्जुन ने सिर हिलाया –
"हाँ, और अग्नि कभी बुझती नहीं। कहीं न कहीं, उसका अंश अब भी जिंदा है।"


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🐾 रहस्यमय संदेश

रात को टाइगर को सपना आया।
आसमान लाल हो गया था और समुद्र से कोई काली परछाई निकल रही थी।
वो गूँज रही थी –
"आग तो बस शुरुआत थी… अब अंधकार की बारी है।"

सुबह होते ही एक बूढ़ा उल्लू उनके पास आया।
उसने कहा –
"समुद्र के उस पार, अंधकार की ताकतें जाग रही हैं।
अग्निरुद्र सिर्फ़ एक पहरेदार था… असली ख़तरा तो अभी बाकी है।"


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⚔️ सफ़र की तैयारी

टाइगर ने तय किया –
"हमें समुद्र पार जाना होगा।
अगर वहाँ अंधकार जाग रहा है, तो हमें यहीं से रोकना होगा।"

अर्जुन, चीता और भेड़िया तुरंत तैयार हो गए।
उल्लू ने उन्हें दिशा बताई –
"पश्चिम की ओर बढ़ो, वहाँ चाँदी का सागर है।
वहीं से रास्ता खुलता है अंधकार की दुनिया में।"


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🚣 समुद्र का सफ़र

चारों ने यात्रा शुरू की।
पहाड़ों, जंगलों और नदियों को पार करते हुए वे आखिर समुद्र के किनारे पहुँचे।
समुद्र चाँदी जैसा चमक रहा था।
लेकिन लहरें तूफ़ान जैसी थीं।

अर्जुन ने नाव तैयार की।
चीता और भेड़िये ने मिलकर उसे धकेला और सब सवार हो गए।

लेकिन जैसे ही वे बीच समुद्र में पहुँचे, पानी से रहस्यमयी जीव निकल आए।
उनकी आँखें लाल थीं और शरीर पारदर्शी था।

"हम अंधकार के प्रहरी हैं… कोई इस ओर नहीं जा सकता!" – वे गूँजे।

एपिसोड 656 यहीं ख़त्म होता है –
जहाँ टाइगर और उसके साथी समुद्र के बीच अंधकार के पहरेदारों से घिर चुके हैं।


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Episode 657 – “समुद्र का संग्राम”

🌊 पानी के योद्धा

पहरेदार विशाल जल-राक्षस जैसे थे।
उनके हाथ भाले जैसे और शरीर पानी से बने थे।
उन्होंने नाव पर हमला कर दिया।

अर्जुन ने तलवार से एक वार किया, लेकिन पानी फटकर फिर जुड़ गया।
"ये तो अमर लग रहे हैं!"

टाइगर ने दहाड़ लगाई और नाव से कूदकर सीधे समुद्र पर छलाँग लगाई।
उसकी सुनहरी धारियाँ चमकीं और पानी पर एक पल के लिए रोशनी फैल गई।


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⚔️ चालाकी का युद्ध

काला चीता बिजली की तरह दौड़कर राक्षसों के पीछे गया।
उसने उनकी आँखों पर वार किया।
सफ़ेद भेड़िये ने अपनी ताक़त से लहरों को काट डाला।

अर्जुन ने सोचा –
"शायद इन्हें मारना मुमकिन नहीं, लेकिन रोशनी इन्हें कमज़ोर कर सकती है।"

उसने टाइगर को पुकारा –
"अपनी पूरी रोशनी छोड़ो, वरना ये हमें डुबो देंगे!"


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☀️ टाइगर का प्रकाश

टाइगर ने ज़मीन (समुद्र) पर ज़ोर से दहाड़ लगाई।
उसकी धारियाँ पूरी तरह सुनहरी आग में बदल गईं।
समुद्र की लहरें पीछे हट गईं।

रोशनी के तूफ़ान से पहरेदार चिल्लाने लगे –
"आह्ह… रोशनी… ये हमें जला रही है!"

धीरे-धीरे सब धुंध में बदलकर गायब हो गए।


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🌌 नया द्वार

जैसे ही पहरेदार मिटे, समुद्र के बीचों-बीच एक काला द्वार खुला।
वो घूमती हुई आंधी जैसा था।

उल्लू की आवाज़ गूँजी –
"यही है अंधकार का रास्ता… पर सावधान रहो।
इसके पार जाने वाला लौटकर शायद कभी वापस न आए।"

टाइगर ने साथियों की ओर देखा –
"अगर हमें धरती बचानी है, तो हमें जाना ही होगा।"

सबने सिर हिलाया और द्वार में छलाँग लगा दी।

एपिसोड 657 यहीं ख़त्म होता है –
जहाँ टाइगर और उसके साथी अंधकार की दुनिया में प्रवेश कर जाते हैं।


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Episode 658 – “अंधकार का साम्राज्य”

🌑 अजनबी दुनिया

जैसे ही वे द्वार के पार पहुँचे, सबकुछ बदल गया।
आसमान काला था, ज़मीन राख जैसी।
पेड़ उल्टे उगे थे और उनसे काली धुंध निकल रही थी।

अर्जुन ने तलवार कसकर पकड़ी –
"ये जगह इंसानों या जानवरों के लिए नहीं बनी।"

काला चीता बोला –
"यहाँ की हवा भी ज़हर जैसी है।"


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🏰 अंधकार का किला

दूर उन्हें एक विशाल किला दिखा।
वो पूरा काले पत्थरों से बना था और उसके ऊपर लाल बिजली चमक रही थी।

उधर जाते ही रास्ते में उन्हें अजीब जीव मिले –
काले कौए, जिनकी आँखें खून जैसी लाल थीं।
वे झुंड में आकर हमला करने लगे।

सफ़ेद भेड़िया दहाड़ा और एक-एक कर उन्हें नीचे गिराने लगा।
लेकिन कौओं का झुंड बढ़ता ही गया।


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⚡ अर्जुन का वार

अर्जुन ने तलवार उठाई और हवा में घूमाई।
नीली बिजली कौओं के बीच गिरी और उन्हें जला दिया।

टाइगर ने छलाँग लगाई और आख़िरी झुंड को अपनी दहाड़ से भगा दिया।


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👑 अंधकार का राजा

आखिर वे किले तक पहुँचे।
दरवाज़े पर दो विशालकाय राक्षस खड़े थे।
उन्होंने रास्ता रोक लिया।

"यहाँ प्रवेश करने की इजाज़त सिर्फ़ अंधकार के राजा से मिलती है!"

अचानक अंदर से गहरी आवाज़ गूँजी –
"उन्हें आने दो… मैं खुद देखना चाहता हूँ।"

दरवाज़ा खुला और अंदर अंधकार का राजा बैठा था –
काले कवच में, लाल आँखों के साथ।

"तो तुम वही हो जिन्होंने अग्निरुद्र को हराया?
अब तुम्हें असली ताक़त से लड़ना होगा।"

एपिसोड 658 यहीं ख़त्म होता है।


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Episode 659 – “अंधकार का राजा”

⚔️ पहली भिड़ंत

अंधकार का राजा सिंहासन से उठा।
उसकी ऊँचाई दस इंसानों जितनी थी।
हाथ में काली तलवार थी, जो रोशनी को सोख लेती थी।

"मेरा नाम है – अंधक।
मैं छायाओं का स्वामी हूँ, और अब ये धरती मेरी होगी!"

उसने तलवार से वार किया।
सीधी काली लहर टाइगर की ओर बढ़ी।
टाइगर पीछे हटते-हटते बचा।


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🐅 टाइगर की दहाड़

टाइगर ने गुस्से में छलाँग लगाई और सीधा अंधक के चेहरे पर पंजे मारे।
लेकिन उसकी तलवार ने रोशनी सोख ली और टाइगर पीछे गिर पड़ा।

"तुम्हारी रोशनी यहाँ काम नहीं करेगी, बाघ!" – अंधक हँसा।


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🌟 अर्जुन की समझ

अर्जुन ने कहा –
"अगर रोशनी बेअसर है, तो हमें उसके ही अंधकार को उसके ख़िलाफ़ मोड़ना होगा।"

उसने तलवार ज़मीन में गाड़ दी।
तलवार से नीली बिजली निकली और दीवारों पर गिरी।
किला हिलने लगा।

अंधक गुस्से में चिल्लाया –
"तुम्हें लगता है तुम मुझे हरा सकते हो? मैं खुद अंधकार हूँ!"


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🚨 क्लिफहैंगर

टाइगर ने उठकर साथियों को पुकारा –
"ये लड़ाई अब सिर्फ़ हमारी नहीं, पूरी धरती की है।
अगर हम हारे, तो सब खत्म!"

अंधक अपनी तलवार उठाकर सीधा वार करता है –
और एपिसोड 659 यहीं ख़त्म हो जाता है!

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