गहरी रात थी। चारों ओर सन्नाटा पसरा था, लेकिन अभि के दिल में तूफान मचा हुआ था। अब वह सिर्फ एक साधारण डिलीवरी बॉय नहीं रहा था, बल्कि अपने अतीत की परतें खोलते हुए उस सच के करीब पहुंच चुका था जिसे उसने कभी महसूस भी नहीं किया था — वह टाइगर का बेटा है। वही टाइगर, जिसकी दहाड़ से कभी अंडरवर्ल्ड थर्राता था।
एपिसोड 504 की शुरुआत होती है अभि के एक खौफनाक सपने से — वह एक खून से लथपथ मैदान में खड़ा है और दूर एक चेहरा उस पर मुस्कुरा रहा है, जिसकी आंखों में अजीब सी नर्मी और खौफ दोनों हैं। जैसे ही वह चेहरा स्पष्ट होता है, उसे एहसास होता है — वो खुद ‘लकी’ है, टाइगर का असली उत्तराधिकारी।
जागते ही अभि को पुराने अखबारों की कुछ कटिंग्स याद आती हैं, जो उसकी मां ने कभी छिपाकर रखी थीं। उसमें एक नाम बार-बार दोहराया गया था — 'सुल्तान'। सुल्तान वही है जिसने टाइगर को धोखा देकर उसकी सत्ता हथिया ली थी। अब अभि जानता है कि उसकी जिंदगी का मकसद सिर्फ खुद को खोजने का नहीं, बल्कि अपने पिता के अधूरे मिशन को पूरा करना है।
एपिसोड के मध्य भाग में अभि अपने पुराने दोस्त रोहन से मिलता है, जो अब तक उसकी सच्चाई से अनजान था। दोनों के बीच एक भावुक संवाद होता है:
अभि: "मुझे अब समझ आया मैं कौन हूँ, और क्यों मेरी जिंदगी कभी सामान्य नहीं रही।"
रोहन: "तू जो भी हो अभि, मेरा दोस्त है... लेकिन जिस रास्ते पर जा रहा है, वहां लौटना मुमकिन नहीं होगा।"
इस बीच, सुल्तान को भी पता चल जाता है कि “टाइगर का वारिस जिंदा है।” अब सुल्तान अपने आदमियों को भेजता है अभि को मारने के लिए। एक झड़प में, पहली बार अभि अपने अंदर छिपी क्रूर शक्ति को महसूस करता है — वो लड़ता है, घायल होता है, लेकिन हारता नहीं।
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एपिसोड 505 – अतीत का सच और एक भावनात्मक तूफान
एपिसोड 505 में कहानी और गहराई में उतरती है। अब अभि अपने बचपन की स्मृतियों में झांकता है। उसे अपनी मां की आँखों में छिपी बेचैनी, छिप-छिपाकर रोना, और वो लोरी याद आती है जिसमें ‘शेर का बेटा कभी रोता नहीं’ जैसी पंक्तियाँ थीं। वह समझ जाता है कि मां उसे हर कीमत पर टाइगर की दुनिया से दूर रखना चाहती थी, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था।
इस एपिसोड की सबसे भावनात्मक कड़ी तब आती है, जब अभि को पता चलता है कि टाइगर की मौत एक धोखा नहीं, एक बलिदान था। टाइगर ने अपने बेटे को बचाने के लिए खुद को सौंप दिया था। लेकिन उससे भी बड़ा झटका तब लगता है जब अभि को पता चलता है कि टाइगर के सबसे करीबी दोस्त 'विक्रांत' ही असल में सुल्तान का आदमी बन चुका था।
अब अभि के सामने दो रास्ते हैं — एक जो उसकी मां ने उसके लिए चुना था, जिसमें शांति, सामान्य जीवन और सुरक्षा थी। दूसरा वो, जो खून, बदला और सत्ता से भरा है — टाइगर का रास्ता।
लेकिन इन सब के बीच एक किरदार और उभर कर आता है — अनन्या, जो अभि की जिंदगी में प्यार की लौ बनकर आई थी। उसे अभि से सच्चा प्यार है, लेकिन वो नहीं चाहती कि अभि अपराध की दुनिया में जाए।
अनन्या: "अगर तुमने बदले की राह चुनी, तो शायद मुझे खो दोगे..."
अभि: "अगर मैं ये राह नहीं चुनता, तो शायद खुद को खो दूँगा।"
एपिसोड 505 के अंत में, एक रहस्यमयी आदमी अभि से मिलने आता है — एक वृद्ध, जिसकी आँखों में वही तेज है जो कभी टाइगर की आंखों में था। वह कहता है:
"तू टाइगर का बेटा है… लेकिन क्या तू उसका वारिस भी है? ये तुझे साबित करना होगा।"
वहीं दूसरी ओर, सुल्तान अपने शत्रुओं की लिस्ट में सबसे ऊपर लकी का नाम लिखवा देता है। टाइगर की वापसी अब महज़ अफ़वाह नहीं रही — वो हक़ीक़त में तब्दील हो रही है।
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निष्कर्ष
एपिसोड 504 और 505 “The Return of Tiger” की कहानी में एक जबरदस्त मोड़ लेकर आते हैं। जहां एक ओर अभि की पहचान का रहस्य खुलता है, वहीं दूसरी ओर वह भावनात्मक रूप से टूटा भी दिखाई देता है। ये एपिसोड न केवल एक्शन और रहस्य से भरपूर हैं, बल्कि रिश्तों, वफादारी और अंतर्द्वंद्व की पराकाष्ठा को भी दर्शाते हैं।
अगले एपिसोड में अभि यानी 'लकी' का असली रूप सामने आएगा — क्या वह वाकई टाइगर की दहाड़ को फिर से जिंदा करेगा? या अपने रिश्तों की कीमत पर सब कुछ खो देगा?
bhai episode nhi sun pa rha
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